प्यार मे कोई दिल तोड़ देता है
दोस्ती मे कोई भरोसा तोड़ देता है
ज़िंदगी जीना तो कोई गुलाब से सीखे
जो खुद टूट कर दो दिलों को जोड़ देता है…
ना करो वो वादा जो पूरा ना हो सके,
ना चाहो उसे जिसे पा ना सको,
प्यार कहा किसीका पूरा होता है,
पहेला प्यार अकशर अधुरा ही होता है!!!!
हम कहा थे इतने दिनों से …खुद हमको ही मालूम न था …
ये वक्त भी क्या गुल खिलाती हे हमको कुछ याद ही नहीं …
ज़िन्दगी के कुछ पल भी अजीब सी होती है खुद ही सो जाती हे…
जागना चाह तो आंख खुली ही नहीं जब जागा तो कुछ याद्द ही नहीं …
काश मेरी ज़िन्दगी का अंत कुछ इस तरह हो
की मेरी कबर पे बना उनका घर हो
वो जब जब सोये ज़मीन पर
मेरे सीने से लगा उसका सर हो!
किस्मत पर एतबार किसको है
मिल जाय ख़ुशी तो इंकार किसको है
कुछ मेरी मजबूरियां हैं मेरी जान,
वरना जुदाई से प्यार किसको है!
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