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शुक्रवार, 15 जुलाई 2022

किसी न किसी को किसी पर एतवार हो जाता है, hindi shayari

 किसी न किसी को किसी पर एतवार हो जाता है,

एक अजनबी सा चेहरा ही यार हो जाता है,

खूबियों से ही नही होती मोहब्बत सदा,

किसी की कमियों से भी कभी प्यार हो जाता है.


दिल का हाल बताना नही आता,

हमे ऐसे किसी को तड़पाना नही आता,

सुनना तो चाहतें हैं हम उनकी आवाज़ को,

पर हमे कोई बात करने का बहाना नही आता.


हर कदम हर पल हम आपके साथ है,

भले ही आपसे दूर सही, लेकिन आपके पास हैं,

जिंदगी में हम कभी आपके हो या न हों,

लेकिन हमे आपकी कमी का हर पल एहसास हैं.


इश्क करती हूँ तुझसे अपनी जिंदगी से ज्यादा,

मैं डरतीं हूँ मौत से नही तेरी जुदाई से ज्यादा,

चाहे तो हमे आज़मा कर देख किसी और से ज्यादा,

मेरी जिंदगी में कुछ नही तेरी आवाज़ से ज्यादा.


जब खामोश निगाहों से बात होती है,

तो ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है,

हमतो बस खोये ही रहतें हैं उनके ख्यालों में,

पता ही नही चलता कब दिन कब रात होती है.


हकीकत कहो तो उन्हें ख्वाब लगता है,

शिकवा करो तो उन्हें मज़ाक लगता है,

कितनी शिद्दत से हम उन्हें याद करते हैं,

और एक वो हैं जिन्हें ये सब मजाक लगता है.

तेरी मोहब्बत ने हमे बेनाम कर दिया,

हमे हर ख़ुशी से अंजान कर दिया,

हमने तो कभी नही चाहा था हमे मोहब्बत हो,

लेकिन उसकी पहली नज़र ने हमे नीलाम कर दिया.

किसी न किसी को किसी पर एतवार हो जाता है,


इस नजर ने उस नजर से बात करली,

रहे खामोश मगर फिर भी बात करली,

जब मोहब्बत की फ़िज़ा को खुश पाया,

तो दोनों निगाहों ने रो रो कर बरसात करली.

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